प्रसिद्ध देवस्थान पर लगने बाला मेला हुआ संपन्न
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By Arun Kumar Dwivedi
Published - 16 April 2025 64 views
संवाददाता/ अरुण कुमार द्विवेदी कोटरा
बिनौरा/ मनुवादी परंपराओं को निभाता हुआ हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री श्री 1008 श्री नादई बाबा सरकार बिनौरा धाम के स्थान पर लगने बाला मेला दो दिवसीय मेला आज सम्पन्न हो गया बताते चलें यह मेला सैकड़ो बरसों से अनवरत हर वर्ष लगता है पुरानी मान्यताओं के अनुसार कहीं से एक चमत्कारिक नागा संत घूमते घूमते गाँव आ गए और उनके दर्शन मात्र से लोगों के काम बनने लगे ने बुजुर्गो के अनुसार वह एक ऐसे संत थे कि एक कुएं में गिरते थे और दूसरे से निकलते थे वह चमत्कारिक संत जिन्हें ग्रामीण नादई बाबा कहकर बुलाते थे ग्रामीणों की बिशेष प्रार्थना पर वह इसी स्थान पर रहने लगे थे बाद मे स्थान पर समाधि ली थी जो आज भी है लोग बताते हैं कोई भी किसी भी समस्या से ग्रसित हो इस स्थान पर जाकर अपना दुखड़ा सुनाएं तो उसे शांति जरूर मिलेगी यह इस स्थान की खूबी है और तब से उन्हीं के नाम से यह दो दिवसीय मेला हर वर्ष लगता हुआ चला आ रहा है गांव में एक हफ्ते पहले से जवारे बोए जाते हैं जो इसी दिन निकलते हैं लोग हारमोनियम एवं ढोलक झीन्का लेकर भजन अछरी गाकर एवं लोहे की सांग अपने गालों में छिदवाकर अपने आराध्य को मनाते हैं उनका आशीर्वाद भी पाते हैं इस मेले के लिए बड़ी दूर-दूर से लोग इस उत्सव को देखने इस गांव में आते हैं और जिनकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है वह साथ में जवारे भी लाते हैं यहां के ग्रामीण 1 वर्ष का लंबा इंतजार करते हैं क्योंकि जो बुजुर्ग और स्त्रियां बच्चे शहर से सामान नहीं ला पाते वो इसी मेले से खरीदा जाता है यह मेला उनके लिए किसी त्योहार से कम नहीं क्योंकि इस मेले में हर ग्रामीण के घर रिश्तेदारों का आगमन होता है और लोग जोर शोर से खरीदारी करते हैं क्योंकि कृषकों की खेती का काम लगभग पूरा हो जाता है और उनके पास धन भी आ जाता है जिसे भी प्रसन्न भाव से समाधीस्थ संत के चरणों में आकर उनका दर्शन कर आशीर्वाद पाते हैं और मेले में जाकर जोर शोर से खरीददारी करते हैं ऐसे मेले लोगों में आत्मविश्वास एवं ऊर्जा भरते हैं
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